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Thursday, July 18, 2013

बाबूजी ये आप हैं!

"हज़ारों साल नरगिस अपनी बेनूरी पर रोती थी,
तब कहीं होता है, चमन में कोई दीदावर पैदा!!"
प्रियवर बाबूजी ये आप हैं!
सादर प्रणाम!
आपका बेटा,
_श्रीकांत .